THE BASIC PRINCIPLES OF SHIV CHALISA LYRICSL

The Basic Principles Of shiv chalisa lyricsl

The Basic Principles Of shiv chalisa lyricsl

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जो यह पाठ करे मन लाई। ता पर होत है शम्भु सहाई॥

Additionally it is beneficial for college students, and youngsters. The neatest thing is always that it doesn't involve elaborate preparations and just involves your devotion and naturally couple of minutes of time. On the other hand, just one need to regularly chant Shiva Chalisa with utmost devotion to get the blessings of Lord Shiva.

शिव आरती

समझनी है जिंदगी तो पीछे देखो, जीनी है जिंदगी तो आगे देखो…।

भए प्रसन्न दिए इच्छित वर ॥ जय जय जय अनन्त अविनाशी ।

दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥

शंकरं, शंप्रदं, सज्जनानंददं, शैल – कन्या – वरं, परमरम्यं ।

अर्थ: जो कोई भी धूप, दीप, नैवेद्य चढाकर भगवान शंकर के सामने shiv chalisa in hindi इस पाठ को सुनाता है, भगवान भोलेनाथ उसके जन्म-जन्मांतर के पापों का नाश करते हैं। अंतकाल में भगवान शिव के धाम शिवपुर अर्थात स्वर्ग की प्राप्ति होती है, उसे मोक्ष मिलता है। अयोध्यादास को प्रभु आपकी आस है, आप तो सबकुछ जानते हैं, इसलिए हमारे सारे दुख दूर करो भगवन।

माता-पिता भ्राता सब होई। संकट में पूछत नहिं कोई॥

करत कृपा सब के घटवासी ॥ दुष्ट सकल नित मोहि सतावै ।

कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥

श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।

कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥

शिव पंचाक्षर स्तोत्र

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